Duration: (36:21) ?Subscribe5835 2025-02-10T04:34:10+00:00
168. मोक्षमार्ग प्रकाशक (क्या शास्त्राभ्यास निरर्थक है?) Page-200
(46:31)
343. स्व-पर के चिंतन से बंध-निर्जरा का संबंध : मोक्षमार्ग प्रकाशक (अधिकार ७) विक्रांत पाटनी 9.2.2025
(58:41)
121. मोक्षमार्ग प्रकाशक (कर्म के अनुसार ही वस्तु सुख-दुःख दायक होती है) Page-90
(46:26)
284 मोक्षमार्ग प्रकाशक क्षयोपशम का स्वरूप परिभाषा👍👌P261
(50:51)
122. मोक्षमार्ग प्रकाशक (राग-द्वेष कैसे बढ़ते रहते हैं...?) Page-91
(48:57)
175. मोक्षमार्ग प्रकाशक (क्या उदय के भय से प्रतिज्ञा न करें?) Page-204
(46:48)
123. मोक्षमार्ग प्रकाशक (राग-द्वेष का बलवान कारण कौन ?)Page-92
(50:2)
39. मोक्षमार्ग प्रकाशक Live (आत्मा व शरीर का संबंध - नौकर्म का स्वरुप और प्रवृत्ति) Page -31
(49:27)
67. मोक्षमार्ग प्रकाशक Live (वस्तु स्वरूप का सच्चा श्रद्धान ही दुःख दूर होने का उपाय) Page-52
(45:26)
167 पुरुषार्थ सिद्धियुपाय श्लोक 196, श्रावक अवश्य स्वर्ग में जाता है👍
(48:11)
खोटा ध्यान🤔🤔What is Positive thinking 👍👍👌
(51:37)
वैराग्य महाकाव्य - पहला सर्ग || Vairagya Mahakavya Sarg-01 (Dr.Hukamchand Bharill)
(28:19)
68.मोक्षमार्ग प्रकाशक Live (चारित्र मोह में क्रोधोदय से होने वाला महादुःख) Page-52
(47:30)
6. मोक्षमार्ग प्रकाशक (सातवाँ अधिकार संक्षेप में-1st Part)
(1:1:7)
124 मोक्षमार्ग प्रकाशक मोह की विचित्र महिमा IMP👍 Page 93
(50:27)
मोक्षमार्ग प्रकाशक 4.18 | शब्द रूप परिवर्तित हुई भाषा वर्गणा - आवाज़ मेरी कैसे! (7-2-25)
(35:6)
1. मोक्षमार्ग प्रकाशक (प्रथम अध्याय पूर्ण, एक ही प्रवचन में)
(1:1:21)
1. मोक्षमार्ग प्रकाशक Live (Page 1)
(46:21)
मोह मेरा कुछ भी नहीं है | समयसार - 036 || आचार्य कुन्दकुन्ददेव || Gajapantha (MH) || 2024-12-17
(1:4:58) 34
162. मोक्षमार्ग प्रकाशक (रागादि दूर का बुद्धिपूर्वक उपाय)Page-197
(45:57)
मोक्षमार्ग प्रकाशक 1
(1:5:25)
206. मोक्षमार्ग प्रकाशक (ज्ञानी-अज्ञानी की भक्ति में अंतर..) Page-222
(46:58)
5. मोक्षमार्ग प्रकाशक (Page 3)
(46:12)
155. मोक्षमार्ग प्रकाशक (पूरे छठवें अधिकार का सार..एक ही प्रवचन में👍)
(52:32)
179. मोक्षमार्ग प्रकाशक (केवल निश्चयाभास के अवलम्बी जीव की प्रवृत्ति) Page-206
(47:11)
23. मोक्षमार्ग प्रकाशक - (Page-18)
(52:57)
9. मोक्षमार्ग प्रकाशक (आठवाँ अधिकार पूर्ण एक ही प्रवचन में)
(1:2:10)
2. मोक्षमार्ग प्रकाशक (दूसरा अधिकार पूर्ण - एक ही प्रवचन में) # अनादि रोग ??# Moksh Marg Prakashak
(1:3:4)
86. मोक्षमार्ग प्रकाशक Live (मनुष्य गति - प्रकट दुःख और हमें प्राप्त अवसर/मौका) Page-68
(50:44)